यह एक पौष्टिक फल है
Health Tips 1 से 2ग्राम सोंठ एवं उतनी ही शिलाजीत खाने से अथवा 2 से 5ग्राम शहद के साथ उतना ही अदरक लेने से शरीर पुष्ट होता हैं सेहत ठीक रहती हैं ?
[2] 3 से 5 अंजीर को दूध में उबालकर या अंजीर खाकर दूध पीने से शरीर में शक्ति आती हैं शरीर पुष्ट होता हैं !
[3] 1 से 2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण को आंवले के 10 से 30 ग्राम मिलिलीटर रस के साथ 15 दिन लेने से शरीर में दिव्य शक्ति आती हैं कमजोरी मिटती हैं ?
[4] एक गिलास पानी में एक नींबू का रस निचोड़कर उसमे 2 किशमिश NIGHT में भिगोकर रखे Morning में छानकर पानी पी जाए एवं किशमिश चबाकर खा जाए यह एक अद्भुत शक्ति शाली प्रयोग हैं !
[5] शाम को गरम पानी में 2 चुटकी हल्दी पीने से शरीर निरोगी ओर बलवान होता हैं !
[6] Thirfhala एवं मुलहठी का 5 ,5 ग्राम चूर्ण दिन में 2 बार खाने से असमय आने वाला बुढ़ापा रुक जाता हैं !
[7] आँवले एवं काले तिल को बराबर मात्रा में लेकर उसका 1 से 2 ग्राम बारीक चूर्ण घी अथवा शहद के साथ लेने से असमय आने वाला बुढ़ापा दूर हो जाता हैं एवं शरीर में शक्ति आती हैं !
[8] White प्याज का 10 से 20 मिलिलीटर रस 5 से 10 ग्राम शहद अदरक का 5 से 10 ग्राम रस ओर 1 से 2 ग्राम घी मिलाकर MORNING में 21 दिन तक सेवन करने से शरीर पुष्ट होता हैं धातु मजबूत होती हैं !!
हिंदी में स्वस्थ युक्तियाँ ,
[9] रोजाना 1 हरड़ का सेवन करने से या एक केले में 6 ग्राम घी डालकर रोज सुबह शाम खाने से धातु पुष्ट होती एवं प्रदर रोग में आराम मिलता हैं!!
[10] सुखाये हुए सिघाड़े एवं मखाने को समान मात्रा में लेकर उसका चूर्ण बनाकर रखे उसमे से 10 ग्राम चूर्ण मिश्री वाले दूध के साथ लेने से जवानी की रक्षा होती हैं !
[11] गिलोय गोखरू एवं आँवले का आधा से 1 ग्राम चूर्ण लेने से धातु गिरना बंध हो जाता हैं!
[12] 1 से 2 ग्राम तुलसी के बीज NIGHT को पानी में भिगोकर रखे सुबह में लेने से धातु पुष्ट होती हैं एवं शारीरिक कमजोरी खत्म होती हैं!
[13] बाजारू मिठाईया सोने चाँदी के वर्क वाली पेप्सी कोला आदि ठंडे पेय पदार्थ ICECREAM एवं चॉकलेट के सेवन से बचें /
[14] एलुमिनियम के बर्तन में पकाने ओर खाने से टीबी ओर दमा जैसी बीमारियो को आमंत्रित करता हैं इसलिए काँच के बर्तन स्टील के बर्तन ओर मिट्टी के बर्तन का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करे
यह कुछ ऐसे पदार्थ दिए जा रहे हैं जिनका सेवन भिगोकर करने से वे सुपाच्च व् विशेष गुणकारी होते हैं
अंजीर
यह एक पौष्टिक फल है यह तृप्ति कर वजन बढ़ाने में लाभदाई पचने में भारी पित्त शामक तथा रक्तवर्धक है
(1) सूखे अंजीर पानी में रात को भिगोकर तथा सुबह भिगोकर शाम को खाने से दमा टीवी पुराना गठिया त्वचा विकार जैसे रोगों में लाभदायक होता है प्रतिदिन दो से चार अंजीर खाए जा सकते है!
(2) ज्यादा मात्रा में खाने पर सर्दी कफ एवं मंदाग्नि हो सकती है अंजीर को खाने से 2 घंटा पहले भिगो के रखना चाहिए
मूंगफली
भीगी हुई मूंगफली पचने में आसान होती है इसके सेवन से दिमाग शक्ति का विकास होता है यह आमास तथा हड्डियों को मजबूती प्रदान करती है !
रात को भिगो हुई मूंगफली को सुबह थोड़े गुड़ के साथ खूब चबा चबाकर सेवन करें !
भोजन के बाद अथवा साथ में मूंगफली नहीं खानी चाहिए भोजन तथा मूंगफली के बीच में दो से 4 घंटे का अंतर होना चाहिए तभी मूंगफली पोस्टिक सिद्ध होती है!
खड़े मूंग
खड़े
मूंग पित्त शामक वायु कारक तथा नेत्रों के लिए लाभदायक ज्वरनाशक होते हैं
अन्य दालों की अपेक्षा मूंग की दाल अधिक सुपाच्च होती है!
इसमें प्रोटीन और विटामिन बी आदि तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं
इसका सेवन नियमित उच्च रक्तचाप में कब्ज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है
मूंग का उपयोग करने से पहले कुछ घंटे भिगोकर रखना लाभकारी है
गेहूं
एक मुट्ठी गेहूं एक गिलास पानी में रात को भिगो दें सुबह उन्हें पीसकर उबलते हुए पानी में डालकर उसमें मिश्री ए इलायची 1 ब 2काली मिर्च मिलाएं तथा कढ़ाई में सतत चलाते हुए पकाएं
फिर उसमें दूध मिलाकर सेवन करें कुछ दिनों तक यह प्रयोग करने से वीर्यपात पेशाब में जलन होना, बार बार पेशाब आना स्वप्नदोष जैसी बीमारियों में लाभ होता है
पूज्य श्री बापूजी,के वचन