उत्साहित करने बाले सूत्र
Motivational Speech हिन्दी में जो इंसान की सोच बदल देते हैं इंसान को कुछ अलग करने का जजवा पैदा करते हैं आइए जानते हैं! best tips
motivational speech in Hindi |
(1) आशावादी सोच वाले आदमी के लिए नजरिया कामयाबी की सीढ़ी बन जाता है ! दूसरा निराशावादी सोच के आदमी के लिए रोड़ा बन जाती है !
अगर हमारा thinking Nigetive है तो हम को ऊपर उठने में परेशानी होगी और हमें सीमित कामयाबी मिलेगी! हमें सकारात्मक नजरिया (positive thinking ) विकसित करने के लिए हमको थोड़ा तनाव झेल ना पड़े बदले की वजह से अनिश्चितता सी महसूस हो पर हमें इसका लाभ मिलेगा
अगर हमारा thinking Nigetive है तो हम को ऊपर उठने में परेशानी होगी और हमें सीमित कामयाबी मिलेगी! हमें सकारात्मक नजरिया (positive thinking ) विकसित करने के लिए हमको थोड़ा तनाव झेल ना पड़े बदले की वजह से अनिश्चितता सी महसूस हो पर हमें इसका लाभ मिलेगा
(2) निराशावादी जब उन्हें कुछ अच्छा लगता है तो वह यह सोच कर ना kush ho जाते हैं ! हमारा नजरिया सुधारने वाला होना चाहिए ना कि सजा देने वाला !
(3) हम जब दूसरे व्यक्ति के प्रति ख्याल रखने वाला नजरिया दिखलाते हैं तो वह व्यक्ति खुद को महत्वपूर्ण समझता है जब वह महत्वपूर्ण महसूस करता है !
तो क्या होता है उसका हौसला बढ़ जाता है और वह हमारी बातें सुनने के लिए और भी अच्छी तरह तैयार होता है बिना उत्साह के कभी कोई बडा काम नहीं होता है !
तो क्या होता है उसका हौसला बढ़ जाता है और वह हमारी बातें सुनने के लिए और भी अच्छी तरह तैयार होता है बिना उत्साह के कभी कोई बडा काम नहीं होता है !
(4) जब एक व्यक्ति माफ करने से इंकार कर देता है तो वह उन सभी दरवाजे को बंद कर देता है जिन्हें खोलने की किसी दिन जरूरत पड़ सकती है !
एक अच्छा इंसान बनने से ज्यादा संतोष दूसरों का ख्याल रखने में मिलता है, इससे हमारी ख्याति अपने आप बढ़ जाती है दूसरों का ख्याल रखें क्योंकि स्वार्थी होने की कीमत चुकानी पड़ती है दूसरे की भावनाओं के प्रति संवेदनशील बने !
एक अच्छा इंसान बनने से ज्यादा संतोष दूसरों का ख्याल रखने में मिलता है, इससे हमारी ख्याति अपने आप बढ़ जाती है दूसरों का ख्याल रखें क्योंकि स्वार्थी होने की कीमत चुकानी पड़ती है दूसरे की भावनाओं के प्रति संवेदनशील बने !
(5) किसी भी रिश्ते में व्यवहार कुशल का भी काफी महत्व है व्यवहारी कुशल होने का मतलब है किसी व्यक्ति को नाराज़ किए बगैर अपनी बात कह देने की काबिलियत है ! दयालुता की भावना इंसान में अच्छी अनुभूति पैदा करती है ,जिसे बहरे सुन सकते हैं और अंधे देख सकते हैं !
(6) शिष्टाचार का मतलब दूसरों का ख्याल रखना यह उन दरवाजों को खोल देता है जिन्हें खोलना मुश्किल है शिष्टाचार हमारे नेतिक व्यवहार की एक शाखा है! इस पर खर्च ज्यादा नहीं होता लेकिन इस से हासिल बहुत कुछ होता है !
(7) बाधाओं को दूर करके आगे बढ़ने वाले लोग उन लोगों की तुलना में अधिक सुरक्षित होते हैं जिन्हें कभी उनका सामना ही नहीं किया अधिकतर लोग ठीक उस समय हार मान लेते हैं जब सफलता उन्हें मिलने ही वाली होती है !
विजय रेखा बस एक ही कदम की दूरी पर है तभी वह कोशिश करना बंद कर देते हैं ! जबकि उस समय जीत का निशान उनसे केवल 1 फुट के फासले पर ही होता है !
विजय रेखा बस एक ही कदम की दूरी पर है तभी वह कोशिश करना बंद कर देते हैं ! जबकि उस समय जीत का निशान उनसे केवल 1 फुट के फासले पर ही होता है !
(8) अगर आप सफल होना चाहते हैं तो उन कामों को करने की आदत डालिए जिन्हें असफल लोग करना नहीं चाहते !सफलता अपने निशान छोड़ जाती है!
यदि हम सफल लोगों के गुणों की पहचान कर अपना लें तो हम भी सफल हो जाएंगे मूल्यवान लक्ष्य की लगातार प्राप्ति का नाम ही सफलता है निरंतर progress अर्थ है की सफलता लक्ष नहीं है बल्कि एक सफर है !
यदि हम सफल लोगों के गुणों की पहचान कर अपना लें तो हम भी सफल हो जाएंगे मूल्यवान लक्ष्य की लगातार प्राप्ति का नाम ही सफलता है निरंतर progress अर्थ है की सफलता लक्ष नहीं है बल्कि एक सफर है !
(९) अपनी जिंदगी में भी है यह उसूल लागू कीजिए जिंदगी में कोई भी कीमती चीज संघर्ष के बिना नहीं मिलती है
Nigetive thinking नकारात्मक सोच के लोगों से दूर रहें !
आपने एक कहानी सुनी होगी एक बार एक गांव में स्कूल के कक्षा 8 के बच्चों में पहाड़ की चोटी पर चढ़कर वापस आने की शर्त लग गई 10 बच्चे शर्त के लिए तैयार हो गए !
जैसे ही बच्चों ने चढ़ना शुरू किया अन्य बच्चे कहने लगे कि इतनी ऊंची पहाड़ी पर नहीं चढ़ा जा सकता प्यास लग जाएगी आगे घना जंगल है पत्थर बारिश में भीगे हुए हैं !
फिसल जाओगे ऐसी बातें सुनकर चलने वाले बच्चे हताश होते रहे और 9 बच्चे तो बीच में ही रुक गए एक बच्चा चलता गया एवं सकुशल वापस भी आ गया सभी ने उसकी सफलता का राज जानना चाह पता चला कि वह बच्चा बहरा था !
जैसे ही बच्चों ने चढ़ना शुरू किया अन्य बच्चे कहने लगे कि इतनी ऊंची पहाड़ी पर नहीं चढ़ा जा सकता प्यास लग जाएगी आगे घना जंगल है पत्थर बारिश में भीगे हुए हैं !
फिसल जाओगे ऐसी बातें सुनकर चलने वाले बच्चे हताश होते रहे और 9 बच्चे तो बीच में ही रुक गए एक बच्चा चलता गया एवं सकुशल वापस भी आ गया सभी ने उसकी सफलता का राज जानना चाह पता चला कि वह बच्चा बहरा था !
यह कहानी बहुत प्रेरणास्पद है सकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति आत्मविश्वास से भरपूर एवं जीवंत दिखाई देते हैं उनका मानसिक स्तर सामान्य व्यक्तियों से बेहतर होता है कुछ आशावान होता है !
एक बार स्वामी विवेकानंद एक निर्माणाधीन मंदिर के पास से गुजर रहे थे उन्होंने वहां पर कार्य कर रहे एक कारीगर से पूछा भाई क्या कर रहे हो !
उसका जवाब था गधा गिरी कर रहे हैं दिखता नहीं कि इस गर्मी में गधे की तरह मेहनत करनी पड़ रही है स्वामी विवेकानंद वहां से आकर चले गए !
उन्होंने दूसरे कारीगर से पूछा भाई क्या कर रहे हो उसने कहा स्वामी जी ईश्वर की कृपा से मैं इस मंदिर निर्माण में अपना योगदान दे रहा हूं मैं बहुत भाग्यशाली हूं !
कि मुझे यह काम करने का सौभाग्य मिला इस तरह एक आदमी की सोच कितनी नकारात्मक थी जबकि दूसरे व्यक्ति की सोच कितनी सकारात्मक थीं बहुत खुश होकर अपना कार्य कर रहा था !
उसका जवाब था गधा गिरी कर रहे हैं दिखता नहीं कि इस गर्मी में गधे की तरह मेहनत करनी पड़ रही है स्वामी विवेकानंद वहां से आकर चले गए !
उन्होंने दूसरे कारीगर से पूछा भाई क्या कर रहे हो उसने कहा स्वामी जी ईश्वर की कृपा से मैं इस मंदिर निर्माण में अपना योगदान दे रहा हूं मैं बहुत भाग्यशाली हूं !
कि मुझे यह काम करने का सौभाग्य मिला इस तरह एक आदमी की सोच कितनी नकारात्मक थी जबकि दूसरे व्यक्ति की सोच कितनी सकारात्मक थीं बहुत खुश होकर अपना कार्य कर रहा था !
आपकी सोच आपके आचरण को प्रभावित करती है और आपका आचरण जीवन में आपको नई बुलंदियों की ओर अग्रसर करता है जीत के लिए सकारात्मक सोच बहुत अहम है
We must not share our dreams with negative
People nor feed your dreams With
Negative अर्थात अपने सपनों को नकारात्मक लोगों के साथ मत बांटे और ना ही नकारात्मक विचारों को अपने सपनों के मध्य आने दे !
मन की अनमोल आकर्षण शक्ति ( Mind Power)
मानसिक शक्तियों के कंपन ब्रह्मांड में सबसे सर्वश्रेष्ठ और सबसे शक्तिशाली होते हैं अगर आप समृद्ध जीवन जीने की कल्पना करेंगे तो आप इसे आकर्षित कर लेंगे यह सिद्धांत हर बार हर इंसान के मामले में काम करता है !
जब आप अपने समृद्ध जीवन की कल्पना करते हैं तो सचेतन रूप से अपने जीवन का निर्माण कर रहे हैं यह काम इतना ही आसान है लेकिन फिर सबसे स्पष्ट सवाल आता है
हर व्यक्ति अपने सपनों की जिंदगी क्यों नहीं जी रहा है !
हर व्यक्ति अपने सपनों की जिंदगी क्यों नहीं जी रहा है !
ज्यादातर लोग इस बारे में सोच रहे हैं कि वे क्या नहीं चाहते और फिर इस बात पर हैरान हो रहे हैं कि उनके साथ बार-बार बुरी चीजें क्यों आती है !
लोगों को उनकी मनचाही चीजें नहीं मिलने का एक मात्र कारण यह है कि वे इस बारे में ज्यादा सोच रहे हैं! कि वे क्या नहीं चाहते अपने विचारों पर गौर करें और अपने शब्दों को सुनें नियम शाश्वत है और इसमें कोई चूक नहीं होती !
आप किसी चीज को अच्छा मानते हैं या बुरा आप उसे चाहते हैं या नहीं यह नियम तो आपके विचारों पर प्रतिक्रिया करता है यह निष्पक्ष है और अच्छी या बुरी चीजों में भेद नहीं करता है !
यह आपके विचारों को आपके जीवन में साकार कर देता है आप जिस भी बारे में सोचते हैं आकर्षण का नियम आपको वही देता है !
जब आप अपनी मनचाही चीजों के बारे में सोचते हैं और पूरे इरादे के साथ उन पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो आकर्षण का नियम आपको आपकी मनचाही चीज जरूर देगा ! आप उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जिन्हें आप नहीं चाहते हैं!
तो आकर्षण के नियम को यह सुनाई देता है कि आप ऐसे नहीं चाहते हैं तो वह उन चीजों को प्रकट कर देता है जिनके बारे में आप सोच रहे हैं इसीलिए ऐसा बार बार और हर बार होता है !
तो आकर्षण के नियम को यह सुनाई देता है कि आप ऐसे नहीं चाहते हैं तो वह उन चीजों को प्रकट कर देता है जिनके बारे में आप सोच रहे हैं इसीलिए ऐसा बार बार और हर बार होता है !
आकर्षण का नियम इच्छा या अनिच्छा में भेदभाव नहीं करता है जब आप किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करते हैं चाहे वह जो भी हो तो आप दरअसल उसे अपने जीवन में साकार कर रहे हैं !
जब आप अपने किसी मनचाही चीज पर ध्यान केंद्रित करते हैं और एकाग्रता बनाए रखते हैं तो आप उस पल ब्रह्मांड की सबसे प्रबल शक्ति से बनी मनचाही चीज का आवाहन कर रहे हैं !
जब आप नकारात्मक शब्द बोलते हैं नकारात्मक सोचते हैं और नकारात्मक लोगों के साथ में रहते हैं तो आपके जीवन में नकारात्मक प्रतिक्रियाएं होना स्वभाविक है
इसीलिए सकारात्मक और पॉजिटिव लोगों का संगति करें यह उतना ही काम करता है !
जितना आप सोचते हैं आप जब भी आपके विचार प्रभावित होते हैं आकर्षण का नियम काम करने लगता है जब आप अतीत के बारे में सोचते हैं
तो आकर्षण का नियम काम करने लगता है !वर्तमान में भविष्य के बारे में सोचते हैं तो आकर्षण का नियम काम करने लगता है यह एक अंतहीन प्रतिक्रिया है!
इसीलिए सकारात्मक और पॉजिटिव लोगों का संगति करें यह उतना ही काम करता है !
जितना आप सोचते हैं आप जब भी आपके विचार प्रभावित होते हैं आकर्षण का नियम काम करने लगता है जब आप अतीत के बारे में सोचते हैं
तो आकर्षण का नियम काम करने लगता है !वर्तमान में भविष्य के बारे में सोचते हैं तो आकर्षण का नियम काम करने लगता है यह एक अंतहीन प्रतिक्रिया है!
आप अच्छा सोच कर अपने जीवन में अविश्वसनीय रूप से बड़ी बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं यह एक शक्तिशाली नियम है दोस्तों जब भी हम अच्छा सोचते हैं
अच्छे मन में विचार करते हैं और अच्छे लोगों का सन करते हैं भले कार्य करते हैं तो हम उन्नति की ओर जाते हैं !
अच्छे मन में विचार करते हैं और अच्छे लोगों का सन करते हैं भले कार्य करते हैं तो हम उन्नति की ओर जाते हैं !
और जब हम नेगेटिव विचार हमारे मन में होते हैं मन में नेगेटिव विचार चलते रहते हैं नेगेटिव लोगों का संग करते हैं ! तो हमारे जीवन में नेगेटिव और नुकसान वाले बहुत सारे कार्य होते हैं इसीलिए पॉजिटिव सोचो पॉजिटिव लोगों का संग करे दोस्तों पोस्ट अच्छी लगे तो दूसरों को शेयर जरूर करे !
आगे बड़ो और उन्नति करो
दुःख और कष्टों को पेरो तले कुचलते हुए आगे बढ़ो उन्नति करो अपने जीवन में कठिनाईयों का चिंतन करके हारो मत ये दुःख बाधा और कठिनाईया आती है !
तुम्हारी योग्यताओं को निखारने के लिए तुम हिम्मत मत हारना अगर कभी असफल भी हुए तो हताश मत होना बरन पुनः प्रयास करना योगिक प्रयोग प्राणायाम आदि की विधि जानकार अपना मनोवल प्राण वल बढ़ाना फिर तुम जो चाहोगे वह कर सकने में समर्थ हो जायोगे तुम्हारे लिए असंभव कुछ भी नहीं होगा !
तुम्हारी योग्यताओं को निखारने के लिए तुम हिम्मत मत हारना अगर कभी असफल भी हुए तो हताश मत होना बरन पुनः प्रयास करना योगिक प्रयोग प्राणायाम आदि की विधि जानकार अपना मनोवल प्राण वल बढ़ाना फिर तुम जो चाहोगे वह कर सकने में समर्थ हो जायोगे तुम्हारे लिए असंभव कुछ भी नहीं होगा !
(१) जितना आप ईश्वर में रहते है उतना परिस्थितियाँ आपके लिए सुखद आनंद मय ज्ञानमय होती है!
(२) सफलता के लिए पूरा मन लगाकर पूरी योग्यताए लगाकर कार्य करो होगा की नहीं यह संदेह मत करो !
(३) प्रेमास्पद परमात्मा से प्रेम करेंगे तो जीवन में तुच्छ चीजो का राग मिट जायेगा !
(४) यदि माता पिता की आज्ञानुसार रहे तो उनके यहाँ देवी और संस्कारी संताने उत्पन्न होगी !
(५) सत्संग इन्द्रपद भगवद पद से भी bada hai !
(६) सद्गुरु से प्राप्त ज्ञान को जो व्यवहार में लाता है उसका ज्ञान पाना सार्थक हो जाता है !
(७) जरा सोचो की हमारे समय का ठीक ठीक सदपयोग हो रहा है की नहीं !
(७) जरा सोचो की हमारे समय का ठीक ठीक सदपयोग हो रहा है की नहीं !
बस्तु व्यक्तियों और परिस्थितियों का सदपयोग ज्यो ज्यो बढता जायेगा त्यों त्यों आप सत्य सत्यस्वरूप परमात्मा में टिक जायेंगे !
(८) भगवान ने दुनिया इसलिए बनायीं की तुम भगवान से मिलो भगवान का ज्ञान पालो भगवान का रस पालो तुम भगवान हो जाओ (पुज्यश्री )
(९) तुम दुनिया में इसलिए आये हो की तुम अपने आप को जान लो भगवद रस पा लो संसार के कीचड़ में लतपथ होने नहीं कभी सोचा है आपने की में kon हूँ !
तुम एक बार एक दिन का या एक महीने का निरीक्षण करो और देखो एकांत में बैठकर क्या ये सब मेरे साथ जायेगा क्या दोस्तों सच तो ये हैं !
की आये थे अकेले और जायेंगे अकेले इसलिए थोडा सा समय निकालकर एकांत में बैठकर उस मालिक का चिंतन करो जो तुम्हारे साथ में रहता हैं पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर जरुर करना
तुम एक बार एक दिन का या एक महीने का निरीक्षण करो और देखो एकांत में बैठकर क्या ये सब मेरे साथ जायेगा क्या दोस्तों सच तो ये हैं !
की आये थे अकेले और जायेंगे अकेले इसलिए थोडा सा समय निकालकर एकांत में बैठकर उस मालिक का चिंतन करो जो तुम्हारे साथ में रहता हैं पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर जरुर करना